इंस्पिरेशनल वीडियो की सोशल मीडिया पर एक लम्बी सूचि है। आज हम आपको पश्चिम बंगाल के एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताने वाले है जो फरीदाबाद में मोमोस (Momos) बेच कर अपना गुजारा करता है। मार्किट में कॉम्पटीशन होने के कारण उसे सही जगह नहीं मिल पाई। लेकिन इसके बावजूद भी इस व्यक्ति ने अपने जीवन में उत्साह की कमी नहीं होने दी और ना ही हिम्मत हारी। उसने अपने प्रोडक्ट को बड़े ही क्रिएटिव ढंग से साइकिल पर बेचने का कार्य शुरू किया।
इस व्यक्ति को फरीदाबाद के स्थानीय बाजार में तो जगह नहीं मिल पाई फिर उसने मोमो की दूकान साइकिल पर लगायी। आप सभी जानते है की एक साइकिल पर स्टोव रखना किसी प्रकार से संभव नहीं है इसीलिए यह व्यक्ति स्टीमर के अंदर ही उबलते हुए गर्म मोमोस रखता है और उस स्टीमर को ‘गरम मोमोज’ लेबल वाली बाल्टी के अंदर रखता है।
इसी प्रकार से वह साइकिल का हैंडल भी दुसरे सामन को टांगने के लिए उपयोग में लेता है। हैंडल के एक तरफ मोमो की लाल चटनी वही दूसरी तरफ मेयोनिज़ का जार लटका लेता है। उस व्यक्ति ने साइकिल का भरपूर रूप से इस्तेमाल किया है। उसने साइकिल में डिस्पोजेबल प्लेटों का भरा एक बैग भी साथ रखा और वही उपयोग की गयी प्लेट के लिए डस्टबिन बैग भी साथ में रखा है।