आप भी हमेशा यह सोचते है की सगाई की अंगूठी हमेशा बाएं हाथ की अनामिका ऊँगली में ही क्यों पहनाई जाती हैं। आप जानते है को सगाई और शादी यह दो रस्मे बहुत ही खास हैं और यह हर किसी के जीवन में आती हैं। खास कर वह समय बहुत अनमोल होता है जो सगाई से लेकर शादी तक का होता हैं।
शादी में तो बहुत सी रस्मे खास होती है, लेकिन सगाई में सिर्फ एक अंगूठी पहनने की ही रस्म खास होती हैं। इसमें लड़का लड़की एक दूसरे को अंगूठी पहनाते है और बरसो से यह परम्परा चल रही है सगाई के वक्त लड़का लड़की बाये हाथ की अनामिका ऊँगली में ही अंगूठी पहनाते है। तो आईये हम देखते है इसके पीछे कोनसी वजह हैं।
आपने सुना ही होगा की कहा जाता है की इस ऊँगली की नस सीधे दिल से जुडी होती है और यही वजह है की बरसो से इसी ऊँगली में अंगूठी पहनाने की रस्म होती हैं। इसके अलावा यह भी माना जाता है की हाथ की इस तीसरी ऊँगली में अंगूठी पहना कर लड़का लड़की एक दूसरे के प्रति प्रतिबद्ध और वफादार रहने का वचन लेते हैं।
उसके साथ वह हमेशा अपनी पत्नी की रक्षा और सुरक्षा का वचन भी लेता हैं। चीन की माने तो उनका मानना है की हर ऊँगली एक रिश्ते को दर्शाती है और यह ऊँगली पार्टनर के लिए होती हैं। ऐसा कहा जाता है की अंगूठा माता पिता के लिए, तर्जनी ऊँगली भाई बहनो के लिए, मध्यमा खुद के लिए और कनिष्ठा बच्चो के लिए होती हैं।