आज के इस युग में जहां हम सब जानते हैं कि औरतें मर्दों से किसी तरह पीछे नहीं हैं ठीक उसी तरह आज से कुछ सालों पहले भी ऐसी बहुत सी महिलाएं हुई है जो मर्दों से किसी भी तरह पीछे नहीं हैं। बात करे एक ऐसी खूबसूरत महिला महिला की जो पेशे से एक जासूस है। इनका नाम है माता हारी। माता हारी दिखने में बेहद ही खूबसूरत है लेकिन यह एक खतरनाक जासूस है।
माता हारी का जन्म साल 1876 में नीदरलैंड में हुआ था। हालांकि उनका पालन पोषण पेरिस में हुआ था।उनका रियल नाम गेरत्रुद मार्गरेट जेले था। माता हारी तो उनका जासूसी दुनिया का नाम था। जासूसी की हम बात करें तो जासूसी अपने आप में ही एक अच्छा पेशा है। वैसे जासूस बनना कोई बच्चों का खेल भी नहीं होता है। इसके लिए आपका बुद्धिमान और निडर होना जरूरी होता है। इस पेशे में इंसान के कितने ही अनचाहे दुश्मन बन जाते हैं। आमतौर पर जब बड़े जासूसों की चर्चा होती है तो हमारे दिमाग़ में मर्दों का ही नाम आता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने जमाने की बहुत बड़ी जासूस थी।
माता हारी दुनिया के मशहूर जासूसों में से एक है। जब भी कभी महिला जासूसों की बात होती है माता हारी का नाम सबसे पहले स्थान पर लिया जाता है ये महिला जासूस अपने हुस्न और तेज दिमाद के बल पर जासूसी दुनिया पर राज किया करती थी।उनकी खूबसूरती भी बेमिसाल थी। कई लोग तो उनके हुस्न के जाल में ही फंस जाते थे। महिला को पहली नजर में देखने पर किसी को शक नहीं होता था कि वह एक खतरनाक जासूस है। जासूसी के मामले में इस महिला ने कई मर्दों को भी पीछे छोड़ दिया था।
एक जासूस होने के साथ-साथ माता हारी एक कमाल की डांसर भी थी। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान माता हारी को जानकारी देने के लिए पैसों का प्रलोभन दिया गया। तब वह जर्मनी की जासूस बन गई। लेकिन कुछ लोग उन्हें दोहरा जासूस भी मानते थे। यानि वह दोनों पार्टियों की जासूसी कर अपने हिसाब से उन्हें जानकारियां देती थी।
जब माता हारी स्पेन जा रही थी तब इंग्लैंड के फालमाउथ बंदरगाह पर उन्हें खुफिया एजेंसी ने हिरासत में ले लिया था। उन्हें शक था कि माता हारी फ्रांस और ब्रिटेन की जासूसी कर जर्मनी को सारी खुफिया जानकारी दे रही हैं। यही वजह थी कि फ्रांस और ब्रिटेन की जासूसी एजेंसियों ने उन्हें गिरफ्तार करवा दिया था। जब इस बात के कोई ठोस सबूत नहीं मिले तो उनके ऊपर डबल एजेंट होने का आरोप लगाया गया। इसके बाद फ्रांस में उन्हें गोलियों से भून कर छलनी कर दिया गया था।
माता हारी की मृत्यु के बाद भी उनसे जुड़े रहस्य कम नहीं हुए। उनकी शव को पेरिस के मेडिकल स्कूल को चीरफाड़ में प्रयोग के लिए दे दिया गया था। हालांकि उनके चेहरे को बाद में एनाटॉमी म्यूजियम में रखा गया। हैरानी की बात यह थी कि उनका चेहरा इस म्यूजियम से अचानक गायब हो गया था। गायब होने के बाद यह आज तक नहीं मिल पाया। माता हारी ने स्वयं तो किसी की हत्या नहीं की लेकिन उनकी जासूसी के चलते 50 हजार फ्रांसिसी सैनिक मारे गए थे। माता हारी के जीवन के ऊपर साल 1931 में हॉलीवुड फिल्म भी बनी थी। इसमें अभिनेत्री ग्रेटा गर्बो लीड एक्ट्रेस थी।