DBT Kya Hai: पैसे का लेनदेन करने के लिए सरकार द्वारा कई तरह की कोशिश की जाती है, ताकि ग्राहकों को किसी तरह की असुविधा ना हो और जल्द से जल्द पैसा एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसफर किया जा सके। उसी तरह से भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2013 को भी इसी तरह से DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) की शुरुआत की गई थी जिसका उद्देश्य सीधे लोगों के बैंक खाते में सब्सिडी ट्रांसफर करना होता है।
भारत सरकार द्वारा इस तरह के ट्रांसफर की शुरुआत करने के पीछे उद्देश्य, ट्रांसफर में लीकेज और देरी को कम करने के लिए किया गया है। सरकार का उद्देश्य उन विशेषाधिकार प्राप्त लोगों को लाभ पहुंचाना है जो, केंद्रीय योजनाओं के तहत आते है। इस कार्यक्रम के दौरान शुरुआत में इसे केवल 20 जिलों में ही शुरू किया गया था लेकिन उस समय छात्रवृत्ति व सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में ही आता था। उसके बाद जयराम रमेश जो भारत की ग्रामीण विकास के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री है और किरण कुमार रेड्डी को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री थे उन्होंने गोदावरी जिले में डीबीटी (DBT) योजना का उद्घाटन किया और 6 जनवरी 2013 को इसका उद्घाटन किया गया है, 15 जनवरी 2013 की पहली समस्या का निर्णय लिया।
डीबीटी (DBT) की संरचना कुछ इस प्रकार की गई है, कि इसके द्वारा केंद्र सरकार प्रायोजित निधियों के वितरण से मध्य संरचना को खारिज करने के साथ साथ पारदर्शिता भी ला सके। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (direct benefit transfer ) योजना में गरीबी रेखा से नीचे आने वाले नागरिकों को सीधे अपने खातों में सब्सिडी प्राप्त हो सकती है DBT के अनुसार सामान्य प्लेटफार्म सेंट्रल प्लान इसकी मॉनिटरिंग सिस्टम या किसी अन्य तरह की योजनाओं का पैसा डायरेक्ट यहां पर आता है।
जब कोई भी नागरिक किसी योजना का पैसा लेता है तो, इसमें मध्य चलता खत्म हो जाती है और डायरेक्ट यहां पैसा उसी के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है। इसके माध्यम से चोरी पर रोक के साथ-साथ भ्रष्टाचार भी कम होता है। इस योजना के माध्यम से सफलता प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा 28 करोड़ से भी ज्यादा जनधन खाते खुलवाए गए हैं, ताकि लोगों को प्रदान की जाने वाली सब्सिडी की रकम सीधे उनके अकाउंट में आ सके। इसके अलावा सरकार द्वारा आधार संख्या को भी बैंक अकाउंट से लिंक किया गया है, जिससे कि DBT (DBT Kya Hai) करने में सहायता प्रदान होगी। इस समय केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की लगभग 80 से भी अधिक 15 मंत्रालय की योजनाएं डीपीटी के अंतर्गत आती है।
उत्तर: DBT खाता किसी भी कल्याणकारी योजनाओं के लिए सब्सिडी का लाभ सीधे अपने बैंक खातों में स्थानांतरित करना होता है, जिसके माध्यम से सीधे लाभ मिल सके।
उत्तर: इसकी जांच करना काफी सरल होता है, कोई भी एटीएम, माइक्रो एटीएम या किसी बैंक मित्रा का उपयोग करके DBT खाते की जांच कर सकता है। इसके साथ ही आपको लेनदेन पर एसएमएस अलर्ट भी आता है।
उत्तर: सरकार द्वारा बैंक खातों में सब्सिडी ट्रांसफर करने की संरचना को बदलने के लिए 1 जनवरी 2013 को DBT लॉन्च किया गया, योजनाओं से सब्सिडी ट्रांसफर करती है, जो जनता के लिए सरकार का एक क्रेडिट है।
उत्तर: इसके लिए आपको नजदीकी बैंक शाखा में जाना होगा, जहा DBT खाते को बदलने के लिए किसी को वांछित बैंक के लिए विधिवत ग्राहक सहमति फॉर्म जमा करना होगा, जिससे आसानी से बदला जा सकता है।
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