इस जिंदगी में आये है और एक दिन इस जिंदगी से जाना भी हैं। यह तो दुनिया का नियम है की एक इंसान जो धरती पर आया है उसे एक दिन मरना है। जब मरने की बात आती है तो हर किसी को डर लगता हैं, लेकिन इससे दुनिया का नियम या सच्चाई नहीं बदलेगी। इस दुनिया में आये है तो जाना भी पड़ेगा। हम आज आपको एक ऐसा मामला बताने जा रहे है जिसे सुन कर आप भी बहुत ही हैरान होने वाले हैं।
आपने कभी सुना है की कोई ऐसी जगह भी होती है जहाँ लोग मरने आते हैं। आपको आज हम ऐसी ही एक जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। यह जगह वाराणसी में है, जी हाँ वाराणसी में एक ऐसा भवन है, जहाँ लोग अपनी मौत का इंतज़ार करने आते है। इस भवन का निर्माण 1908 में हुआ था तब से ही इसे मुक्ति भवन के नाम से जाना जाता हैं।
यहाँ की खासियत है की यहाँ एक पुस्तक है जो यहाँ आने वालो का बहीखाता रखती हैं और आपको जान कर हैरानी होगी की इस किताब में उन्ही लोगो का नाम है जो यहाँ आने के कुछ दिन बाद इस दुनिया में ही नहीं रहे। इस भवन को 60 साल हो गए है और यहाँ 12 कमरे हैं। यहाँ आकर लोग अपने सांसारिक धर्म से मुक्ति पा लेते हैं। यहाँ हर साल बहुत से लोग रहने आते है और अपना आखरी समय यही बिताते हैं।
यहाँ इन कमरों में वही रह सकता है जो मौत के बहुत करीब है और वह इंसान 2 हफ्तों तक यहाँ रह सकता है जो अपनी मौत का इंतज़ार कर रहा हैं। यहाँ रहने वालो का सारा खर्चा भवन ही उठाता हैं और सारे इंतज़ाम भी भवन ही करता हैं। इस भवन की एक और खासियत यह है की यहाँ रहने वालो से किसी भी चीज का एक पैसा भी नहीं लिया जाता। सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात तो यह है की यहाँ कम से कम 15 हजार से भी ज्यादा लोग अपने प्राण त्याग चुके हैं।