भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज सभी लोग जानते है। इन्होने काफी समय तक कांग्रेस पार्टी में काम किया है और आज यह बीजेपी के साथ रहकर राजनीति में सक्रिय है। आज हम आपको इनके विशाल महल के बारे में बतायेगे जिसमे कई अद्भुत चीजे है जो आपको देखने को मिलेगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का ताल्लुक ग्वालियर के राज घराने से है। इनका परिवार शाही राजघराने से जुडा हुआ है। इनके पिता श्री माधवराव सिंधिया कांग्रेस पार्टी के बहुत ही वफादार एवं कट्टरवादी नेता रहे है। ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्तमान में ग्वालियर रियासत के युवराज हैं। इनके पास आज पूर्वजों से मिली काफी विरासत और धन है।
जय विलास महल में रहते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया इस समय अपने जय विलास महल में रहते हैं। इस महल में आपको सभी सुख सुविधाएं देखने को मिलेगी। यह राज भवन 1974 में ग्वालियर के महाराज जीवाजी राव सिंधिया अली शाह बहादुर के द्वारा निर्मित करवाया गया था। इसे बनाने में काफी मेहनत और पैसा लगा है। वर्तमान में इस महल की कीमत लगाई जाए तो आज यह 4000 करोड़ रुपए से भी अधिक है। 1200000 वर्ग फुट में यह महल बना हुआ है। इसकी भव्य सजावट के साथ – साथ इसमें शानदार कलाकृतियां भी है।
400 से भी अधिक कमरे
जय विलास महल काफी बड़ा है, इसमें 400 से भी अधिक कमरे बने हुए हैं। इसमें सभी कमरों को काफी बेहतर तरीके से सजाया गया है। जय विलास महल राजघराने के लिए निवास स्थान के साथ – साथ देश के लिए एक भव्य संग्रहालय के तौर पर भी काफी फेमस है। इसमें कई चीजे संग्रहित करके रखी हुई है, जो राजा महाराजा के समय की है।
चाँदी की रेल
महल में आपको चांदी की रेल देखने को मिलेगी जो खाने के दौरान सभी को खाना परोसने के काम आती है। चांदी की रेल इस महल के लिए आकर्षण का केंद्र है। तब यह खाना लेकर घूमती है, तो काफी आकर्षित लगती है। इस ट्रेन की पटरियाँ डाइनिंग टेबल पर फैली हुई है, इस ट्रेन का उपयोग विशेष मेहमानो के आगमन पर उपयोग किया जाता है।
यदि इस महल में घूमना है, तो इसके लिए आपको 100 रूपए का टिकट लेना पड़ता है। और यदि कोई विदेशी पर्यटक यहाँ घूमने आता है, तो इसके लिए उसे 800 रूपए का टिकट लेना होता है।
इस महल का निर्माण वेल्स के राजकुमार किंग एडवर् के स्वागत के लिए किया गया था, जिसके बाद सिंधिया राजवंश का निवास स्थान बन गया।