दूध और रिक्शा चला कर शिक्षक, फिर सारा पैसा डोनेट कर दिया बच्चों की पढ़ाई में जाने पूरी कहानी

एक सरकारी स्कूल के टीचर ने अपने रिटायरमेंट के समय अपने जीवन के संघर्षो के बारे में बताया और उसी दिन अपनी कर्मचारी भविष्य निधि (Employee Provident Fund) और 40 लाख रुपये की ग्रेच्युटी के सभी पैसे गरीब छात्रों को दान कर दिए हैं.

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में रहने वाले एक सरकारी प्राथमिक स्कूल के शिक्षक विजय कुमार चनसोरिया ने सोमवार को अपने रिटायरमेंट के समय अपनी कर्मचारी भविष्य निधि के 40लाख रुपए की ग्रेजुएटी कि सभी पैसे गरीब छात्रों में दान कर दिए ।

पूरे परिवार ने दिया समर्थन, 40 लाख किए डोनेट

विद्यालय में अपने काम के अंतिम दिन उनके सहयोगियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने इस बात की घोषणा की।
विजय कुमार चनसोरिया ने कहा, ‘अपनी पत्नी और बच्चों की सहमति से मैंने अपने सभी भविष्य निधि और ग्रेच्युटी के पैसे गरीब छात्रों के लिए स्कूल को दान करने का फैसला किया है. दुनिया में दुखों को कोई कम नहीं कर सकता है, लेकिन हमें जो कुछ भी अच्छा हो सकता है, वह करना चाहिए.’ बाद में पत्रकारों से बात करते हुए रिटायर्ड शिक्षक ने कहा, ‘मैंने बहुत संघर्ष किया है. मैंने रिक्शा चलाया और अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए दूध बेचा. मैं 1983 में एक शिक्षक बन गया.’

चनसोरिया ने कहा कि उनके दोनों बेटे काम कर रहे हैं और उनकी बेटी की शादी हो चुकी है. उन्होंने कहा, ‘मैं गरीब छात्रों से मिला जो अभाव में रहते थे और उनके लिए दान करते थे। जब भी मैंने उनकी मदद की, मैंने उनकी खुशी देखी।मेरे बच्चे पहले से ही बसे हुए हैं और मैंने अपने सभी भविष्य निधि और 40 लाख रुपये की ग्रेच्युटी राशि दान करने का फैसला किया।’ शिक्षक की पत्नी हेमलता और बेटी महिमा ने कहा कि पूरे परिवार ने उनके फैसले का समर्थन किया था।

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