चुनाव के दोरान आपको देखने में आता है, की कई लोग शर्त लगते है, और हार जाने पर उस शर्त को भी मानना होता है I ऐसा ही एक मामला BJP Vs SP में लगी शर्त का है, जिसमे 4 बीघा जमींन पर दाँव लगाया हुआ था I
यूपी चुनाव के नतीजों के पहले अपनी-अपनी पार्टियों के जीत को लेकर दो लोगों द्वारा 4 बीघे जमीन वाली शर्त काफी वायरल हुई थी, अब जबकि नतीजे सामने आ चुके हैं, तो दोबरा से यह शर्त सोशल मीडिया पर वाइरल हो रही है I इसमे शर्त अलग ही तरीके से लगाई गयी थी, इसमे पूरी तरह से कागज पर लिखा-पढ़ी की गयी थी उसके, बाद शर्त लगाई गयी थी I
यह था पूरा मामला
हम सभी जानते हिया, की उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में नतीजों के ऐलान हो गये है I हम सभी जानते है, की परिणाम के बारे में किसी को भी पता नही होता है, की किसकी सरकार इसमे जितने वाली है I लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नतीजों से पहले दो लोग ऐसे थें, जिन्हें अपने सहज ज्ञान पर काफी भरोसा था। उनके नाम विजय सिंह और शेरअली शाह है । इन दोनों को अपने-अपने अनुमानों को लेकर उतना ही भरोसा था जितना कि हमें कि इस धरती को नागराज संभाले हुए हैं। क्या था शर्त में आइए जानते हैं..
4 बीघे जमीन को लेकर लगी थी शर्त
दोनों ने शर्त में 4 बीघा जमीन को लेकर शर्त लगाई थी I जिसकी पूरी कागज पर पूरी लिखा-पढ़ी के साथ बिल्कुल ऐलानिया अंदाज में तुहरी फूंक कर उन्होंने एलान किया था कि अगर बीजेपी जीतेगी तो शेरअली शाह के 4 बीघा खेत पर एक साल तक विजय सिंह का कब्जा रहेगा। और यदि सपा की सरकार बनती है, तो विजय सिंह के 4 बीघा खेत पर एक साल तक शेरअली शाह का कब्जा रहेगा।
इसमे दोनों का लिखितनामा भी सामने आया है I यही नहीं, गांव के कई लोग गवाह भी बने थे, लेकिन आपको बता दे की इस तरह की कागजी कार्यवाही का भारतीय संविदा अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार (धारा 30), ऐसे लिखितनामे का कोई कानूनी महत्व नहीं हैं, अब वह चाहे तो इस शर्त को मानकर समझोता कर सकते है I लेकिन कानून के अनुसार इसके कोई मायने नही होते है I इस समय यह खबर लोगो के बिच काफी चर्चा का विषय बनी हुई है, की अब क्या होने वाला है I