कोरोना जैसी महामारी के कारण बहुत से काम घर से होने लगे जैसे की वर्क फ्रॉम होम, ऑनलाइन क्लास। देखा जाए तो ऑनलाइन पढाई के बहुत सरे फायदे है लेकिन इन फायदों के साथ ही बहुत सारे नुकसान भी हैं। जैसे की पहले बच्चों को मोबाइल नहीं दिया जाता था। लेकिन आज कल पढाई के नाम पर मोबाइल भी देना होता है और इंटरनेट भी। लेकिन पढाई के साथ बच्चा क्या कर रहा हैं इसका ध्यान रखना थोड़ा मुश्किल हैं। हर माँ – बाप को लगता है की मेरा बेटा पढाई कर रहा है मोबाइल से लेकिन पता नहीं होता की बच्चा पढाई के साथ – साथ मोबाइल में क्या कर रहा हैं। क्योकि मोबाइल के और इंटरनेट के जितने फायदे है उससे ज्यादा नुकसान भी हैं।
इंटरनेट एक ऐसी जगह है जिसकी मदद से आप गूगल पर कुछ भी सर्च कर सकते हैं और देख सकते हैं। और गूगल पर हर तरह की चीज़ें मौजूद होती हैं। अच्छी भी और बुरी भी, अब होता आपके हाथ में है की आप अच्छी चीज़े देख रहे या बुरी चीज़ें। जहा अच्छी चीज़े बच्चों के मन पर अच्छा प्रभाव डालती है। वहीं बुरी चीज़ें बच्चों के मन पर और मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा प्रभाव डालती हैं जिसकी वजह से बच्चे का भविष्य भी खतरे में पड़ सकता हैं।
ऐसा ही एक केस राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रायसिंह नगर का हैं। जहाँ पर 12 साल का बच्चा ऑनलाइन क्लास करने के बाद मोबाइल में पोर्न देखता था। जिससे उसके दिमाग पर इतना प्रभाव पड़ा की उसने अपनी ही 6 साल की छोटी बहन का रे’प कर दिया। माता – पिता ने उसे नया स्मार्ट फ़ोन खरीद कर दिया था की वह ऑनलाइन क्लास में पढाई कर सके। लेकिन बच्चा क्लास के बाद उसमे गंदी पिक्चर देखने लगा।
बता दे की इस आदत के बाद उसने घर से बहार जाना भी बंद कर दिया और हर समय घर में रहने लगा और मोबाइल में चोरी छुपे पो’र्न देखने लगा। माता – पिता के पूछने पर कहता की पढाई कर रहा हूँ। यहीं नहीं जब उसके माता – पिता रात में सो जाते तो वह चुप – चाप मोबाइल में अश्लील वीडियो देखता था।
उसने इतनी ज्यादा पो’र्न देखी की उसके दिमाग में इतनी गंदगी भर गई की उसने अपनी 6 साल की बहन का ही रेप कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने बच्चे को बाल सुधार गृह भेज दिया। उसने पुलिस को बताया की क्लास के टाइम पर उसके मोबाइल में एक लिंक आई थी जिसे खोलने पर उसमे पोर्न साइट खुली जिसके बाद से वह रोज उस साइट पर पो’र्न वीडियो देखने जाता था।
इस घटना से हर एक माँ – बाप को अपने बच्चे को मोबाइल देते समय ध्यान रखना चाहिए की वह मोबाइल में क्या चला रहा हैं और मोबाइल लेने के बाद मोबाइल को चेक भी करना चाहिए की उनके बच्चे ने क्या – क्या चलाया था।