दोस्तों अंधविश्वास से जुड़ी आपने कई घटनाएं देखी होगी I आज भी हमारे यहां पर अंधविश्वास से जुड़े हुए लोग देखे जा सकते हैं और अंधविश्वास के चक्कर में आज भी समाज फंसा हुआ है I आए दिन आपको अंधविश्वास से जुड़ी खबरें देखने को मिल जाएगी I कभी-कभी कुछ घटनाएं ऐसी होती है जो आपके होश उड़ा देती I आज हम आपको एक ऐसी अंधविश्वास से भरी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिस पर विश्वास करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन यहां एक सच्ची घटना है I
आपको बता दें कि राजस्थान के जोधपुर में से एक अंधविश्वास से जुड़ी घटना सामने आई है I जिस पर लोगों को यकीन नहीं हो रहा है I जब एक परिवार 2 साल पहले मरे हुए शख्स की आत्मा लेने अस्पताल पहुंच गया उसके बाद अस्पताल में इस घटना को देख कर सनसनी मच गई घटना जोधपुर के मथुरादास अस्पताल से सामने आई है I
2 साल पहले यहां पर ब्यावरा के निवासी व्यक्ति मथुरा दास माथुर की अस्पताल में मौत हो गई थी I जहां मरने के 2 साल बाद उनका परिजन का कहना है कि उनकी आत्मा की मुक्ति नहीं मिली है I इसे लेकर पूरा परिवार परेशान मृतक के परिजनों को किसी ने कहा कि उनकी आत्मा आज भी जोधपुर के मथुरादास अस्पताल में ही है I जहां से निकालने के बाद ही उनकी आत्मा को शांति मिलेगी इसके बाद मृतक का पूरा परिवार जोधपुर के एमडी पहुंच गया परिवार की महिलाओं ने अस्पताल परिसर में हुई लोग के साथ अस्पताल परिसर में दिखाई दिया I
जब अस्पताल में जलती हुई लोग के साथ वार्ड के पास एक व्यक्ति जाने लगा तो, ऐसे में अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाल दिया I अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी उसके बाद परिवार के कुछ लोग परिसर का चक्कर लगाते हुए मंत्र उच्चारण करने लगे उसके बाद परिवार की महिलाएं जल चढ़ाते हुए दिखाई दी I इसके बाद पूरा परिवार अपनी गाड़ी में जलती लो लेकर अस्पताल के बाहर निकल गया और ब्यावरा के लिए रवाना हो गया I
जब परिवार से इस बारे में बात की तो, उनके परिवार वालों ने बताया कि 2 साल पहले इस अस्पताल में हमारे भाई की मौत हो गई थी I लेकिन उनकी आत्मा को शांति आप भी नहीं मिली है इसलिए हम उनकी मुक्ति के लिए उनके आत्मा को लेने आए थे और हम आत्मा ले लिए अब वापस जा रहे हैं I यह घटना के समय सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है, लोग इस पर तरह-तरह की चर्चाएं भी करते हुए देखे जा सकते हैं I