शनिवार का दिन शनिदेव का दिन होता है। आपने देखा होगा की कई लोग इस दिन शनिदेव पर तेल चढ़ाने जाते है। हम आज आपको शनिदेव पर तेल चढ़ाने के फायदे और इन्हे किस तरह से चढ़ाना है इसके बारे में बतायेगे।
शनिदेव पर तेल चढ़ाने के कई फायदे होते है। इन पर अलग अलग प्रकार के तेल चढ़ाने से अलग अलग प्रभाव होता है। इसके साथ ही मानव जीवन में भी तेल का काफ़ी महत्व होता है। ज्योतिष शस्त्र के अनुसार शनिदेव लोगों को उनके कर्मफ़ल के अनुसार न्याय प्रदान करते है। यदि किसी की कुंडली में शनि की स्थिति नकारात्मक होती है, तो उसे तेल चढ़ाने से फायदा मिलता है।
तेल के अलग अलग महत्व और फायदे –
चमेली का तेल
हर मंगलवार या शनिवार को हनुमान जी और शनिदेव को चमेली का तेल चढ़ाना काफी फायदेमंद साबित होता है। यह तेल दोनों को चढ़ाया जाता है, जिसके कई शुभ फल आपको प्राप्त होते है। अगर कोई हनुमानजी को तेल या चोला चढ़ाकर प्रसन्न कर लेता है तो शनिदेव की टेढ़ी नज़र से वह व्यक्ति बच जाता है।
सरसों का तेल
यदि आपका काम नहीं चल रहा है, या आपका काम बिगड़ता जा रहा है, तो आप शनि देव को एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखकर उसे शनिवार के दिन शाम को शनि देव के मंदिर में रख आएं। इससे आपके ऊपर शनिदेव की कृपा बनी रहेगी और आपके सभी काम सफल हो जायेगे।
तिल का तेल
ज्योतिष के अनुसार यदि आप 41 दिन तक रोजाना पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक लगाते है, तो आपको किसी तरह की कोई बीमारी नहीं होती है और असाध्य रोगों में बहुत लाभ मिलता है। इससे आपके शरीर की सभी समस्याओ से छुटकारा मिलता है। पीपल के नीचे दीपक प्रज्वलित करने से और भी कई तरह के फायदे आपको मिलते है।
अन्य उपाय
किसी इंसान को यदि शारीरिक कष्ट हो तो, उसे शनिवार को सवा किलो आलू और बैंगन की सब्जी सरसों के तेल में बनाकर, सवा किलो आटे की पूरियां सरसों के तेल में बनाकर गरीब लोगों को भोजन कराना चाहिए। यह उपाय आपको लगातार 3 शनिवार तक करना होता है। इसके साथ ही धन प्राप्ति के लिए सरसों के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें। यह आपको लक्ष्मी प्राप्ति के योग को बनाता है।