IAS Interview Questions: शादी की पहली रात को सुहागरात क्यों कहा जाता है?

IAS Interview Question

हम सभी जानते हैं कि भारत में शादियों के सिम में खास तरीके से की जाती है I और इसमें कई तरह के रीति-रिवाजों को भी शामिल किया जाता है I हमारे यहां जब भी शादियां होती है तो वह काफी लंबी चलती है और इसमें सभी तरह की छोटी रस्मों को पूरा करके ही शादी की जाती है I

भारत में शादी के रिश्ते को एक पवित्र मान्यता दी गई है और यह खास पवित्र रिश्ता होता है I जिसे पूरे विधि विधान के साथ और कहीं रीति-रिवाजों के साथ पूर्ण किया जाता है I

शादी की पहली रात को सुहागरात क्यों कहा जाता है?

जिस तरह से शादी में लड़के और लड़कियों के लिए कई तरह की रस्में निभाई जाती है I जिसमें संगीत हल्दी फेरे मांग भराई ऐसी कई रश्मि शामिल होती है I उसी तरह से एक सुहागरात की वीर रस में होती है जो कि पहली रात को दूल्हा-दुल्हन द्वारा पूर्ण की जाती है I सुहागरात वाले दिन इसे दूल्हा दुल्हन की पहली रात को सुहागरात की रात कहा जाता है I जिसमें वह एक दूसरे के साथ अपनी जिंदगी की शुरुआत करते हैं I

कई लोग सुहागरात के दिन कहीं गलतियां करते हैं लेकिन हम आपको बता दें कि कुछ इस तरह की गलतियां ना करें जिससे कि आपको बाद में पछताना पड़ सकता है हम आपको बताएंगे कि सुहागरात वाले दिन आपको कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए जैसे कि

: सुहागरात के दिन लड़का या लड़की द्वारा किसी भी एक दूसरे से अपने अतीत के बारे में बिल्कुल भी नहीं पूछना चाहिए I उसके लिए आपके पास पूरा जीवन है जिसे आप बाद में जान सकते हैं I

शादी की पहली रात को कभी भी अपनी फैमिली वालों के बारे में बिल्कुल बात नहीं करें और ना ही उनकी बुराइयों के बारे में किसी तरह की बात करें I

इसके साथ ही शारिक संबंध बनाने में ज्यादा जलदबाजी ना करे दोंनों की रजामंदी है उसके बाद ही शारिक संबंध बनाने के लिए आगे बढे I  सुहागरात के दिन दोनों को एक दूसरे से प्रेम भरी बातें करना चाहिए और एक दूसरे के साथ हंसी-खुशी बातें करना चाहिए जिससे कि एक दूसरे को कंफर्टेबल फील हो सके I

इस तरह से दूल्हा-दुल्हन दोनों को ही कई सारी बातों का ध्यान रखकर, शादी के बाद अपने जीवन की शुरुआत करनी चाहिए और हंसी खुशी अपना जीवन जीना चाहिए I

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