
हमने देखा है की कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। व्यक्ति की किस्मत में जो लिखा होगा वह उसे मिलकर ही रहता है। आज हम आपको एक ऐसी ही चाय वाले की कहानी के बारे में बताने जा रहे है, जिनकी आज करोड़ो की कम्पनी है।
यह दो युवाओं की कहानी है, इनके माता-पिता भी चाहते थे कि उनके बेटे पढ़ कर आईएएस ऑफिसर बनें लेकिन इनके विचार नौकरी करने के नहीं थे। और दोनों बन गए चाय बेचने वाले।

अनुभव दुबे के माता-पिता ने गांव से आगे की पढ़ाई के लिए इंदौर भेजा था, यहां पर उनकी दोस्ती आनंद नायक नाम के युवक से हुई। दोनों साथ में पढ़ाई करते पर कुछ दिनों बाद आनंद पढ़ाई छोड़कर अपने किसी रिश्तेदार के साथ बिजनेस करने लगा। समय बीतता गया और दोनों दोस्त अपनी अपनी मंजिल को तलाशने में जुट गए।
एक दिन दोनों ने बिजनेस करने के बारे में सोचा, क्युकी दोनों अपने कार्य से संतुष्ट नहीं थे। अनुभव के मन में भी कहीं न कहीं बिजनेस का ख्याल पल रहा था और उसने हां बोल दिया और दोनों मिलकर बिजनेस की प्लानिंग करने लगे। उनके मन में ख्याल आया है देश में पानी के बाद सबसे ज्यादा चाय पी जाती है। इसकी हर जगह पर खूब डिमांड रहती है हमे भी ऐसी में कुछ करना चाहिए। इसमें उन्हें ज्यादा पैसों की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। दोनों ने तय किया कि एक चाय शॉप खोलेंगे. जिसका मॉडल और टेस्ट दोनों यूनीक होगा जो यूथ को टारगेट करेगा।
2016 में तीन लाख रूपए की लागत से इन दोस्तों ने इंदौर में चाय की पहली दुकान खोली। अनुभव ने बताया कि उन्होंन गर्ल्स होस्टल के साथ में किराए पर एक रूम लिया। कुछ सेकेंड हैंड फर्नीचर खरीदे थोड़े पैसे दोस्तों से उधार लेकर आउटलेट डिजाइन किया। इस दौरान पैसे खत्म हो गए और इनके पास बैनर तक लगाने के लिए पैसे नहीं थे। फिर एक नॉर्मल लकड़ी के बोर्ड पर हाथ से ही चाय की दुकान का नाम लिख दिया ‘चाय सुट्टा बार’
शुरुआत में दोनों दोस्तों के सामने कई तरह की परेशानिया आने लगी। उन्होंने बताया कि लोग ताने भी मारते थे और माता – पिता को कहते थे कि आप चाहते थे कि बेटा UPSC की तैयारी करे पर ये तो चाय बेचने लगा। लेकिन धीरे-धीरे ग्राहक बढ़ने लगे और उन्हें अच्छी आमदनी होने लगी।
जब भी यह नए आउटलेट की ओपिंग करते हैं, वो लोग सब को मुफ्त में चाय और कॉफी पिलाते हैं। आज देशभर में हमारे 165 आउटलेट्स औरविदेशों में 5 आउटलेट्स हैं। इस बिजनेस ने 250 कुम्हारों को भी रोजगार दिया है, जो कुल्हड़ बनाते है। हर दिन सभी दूर के 18 लाख कस्टमर्स आते हैं, वो 9 अलग अलग तरह के स्वाद की चाय बेचते हैं। और इस तरह से करोड़ो का टर्नओवर हो चूका है।