सोशल मीडिया पर अभी एक ऐसी अजीबो गरीब प्रथा के बारे में सुना जा रहा है। जिसके बारे में सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जायेगे।
इंडोनेशियाई इस परंपरा के बारे में यकीन कर पाना काफी मुश्किल है।
दुनिया में काफी ऐसी परंपरा है जिस पर विश्वास कर पाना मुश्किल होता है। लेकिन भारत और कई ऐसे देश है जहा रीती – रिवाज और परंपरा के नाम पर ऐसी अनुचित चीजे होती है। जिसके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। कुछ कुरीतिया तो ऐसी भी है जिन पर पाबंदी लगाई जा चुकी है। लेकिन लोग फिर भी कही न कही ऐसी चीजों को अभी भी मानते है।
ऐसी ही कुछ परंपरा है इकिपलिन। यह प्रथा इंडोनेशिया में होती थी। इस प्रथा पर इंडोनेशिया सरकार की तरफ से पाबन्दी है। लेकिन फिर भी गुप्त रूप से इस प्रथा का चलन आज भी है। इस प्रथा के अनुसार जब परिवार में किसी की मृत्यु हो जाती है तब घर की महिलाओं को अपनी अंगुलियों को भी काटना पड़ता है। जिससे इंसान को इमोशनली दर्द के साथ शारीरिक यातना को भी सहना पड़ता है।
यहां रहने वाली दानी जानजाति की मान्यता है कि जब उनके प्रियजनों की मृत्यु हो जाती है, तो इस इंडोनेशियाई जनजाति की महिला सदस्यों को अनुष्ठान में अंगुलियों के ऊपरी आधे हिस्से को काट दिया जाता है।
यह माना जाता है कि अंगुली काटने से मृत व्यक्ति की बेचैन आत्मा दूर रहती है, साथ ही यह शोक के दर्द का प्रतीक भी है। इतना ही नहीं, कुछ बच्चों की अंगुलियों को उनकी माताओं द्वारा काट दिया जाता है। यह की काफी पुरानी महिलाओं को उनके हाथ की ऊँगली से पहचाना जाता है। और यह अनुमान लगाया जाता है कि यह प्रथा आज भी चलन में है।
ढाई लाख से अधिक जनसंख्या वाली यह जनजाति पश्चिमी न्यू गिनी के ऊंचे और घने इलाकों के अंदर रहती है। 1938 में अमेरिकी एक्सप्लोरर रिचर्ड आर्कबोल्ड ने जब इस इलाके में उड़ान भरी थी तो इसकी जानकारी उन्हें मिली, जिन्होंने यह रिपोर्ट किया था। इस जनजाति के पुरुष अपने प्राइवेट पार्ट के ऊपर अलंकृत म्यान भी पहनते हैं और अपने मृतकों की ममी बनाकर रखते हैं।